हाथरस। भगवान श्री बूटी नाथ मंदिर व श्री बालाजी महाराज के प्रांगण सादाबाद गेट पर श्रीमद् भागवत कथा के तृतीयदिवस की कथा में जनपद के प्रख्यात भागवताचार्य सुनाम धन्य श्री गणेश दत्त वशिष्ठ के ओजस्वी उदीयमान सुपुत्र,युवा भागवत कथा प्रवक्ता शुभम वशिष्ठ द्वारा दिव्य कथामृत वर्षा
आज की कथा में संत सरल चित एवं संतो के स्वभाव सर्व मंगल की भावना, कामना के साथ मनसा वाचा कर्मणा किए गए पापों को प्रायश्चित, पश्चाताप एवं पाप से मुक्ति के साधन व उपाय बताए।
सृष्टि की उत्पत्ति का विहंगम वर्णन करते हुए ब्रह्मा जी की सृष्टि रचना में रुद्र आदि देवताओं के पर्यंत मनु शतरूपा द्वारा सृष्टि सृजन, राजा उत्तानपाद,ध्रुव चरित्र, जड़ भरत कथा, अजामिल की मुक्ति,गजेंद्र मोक्ष एवम् भगवती मांता सती की कथा की मार्मिक प्रस्तुति में उपस्थित सम्पूर्ण भक्त समूह सिसक उठा।
दानव राज बली और भगवान के वामन अवतार की विस्तृत लीला का सविस्तार प्रवचन करते हुए भक्तों को मंत्रमुग्ध किया।
कथा के मध्य में कई प्रेरक भजनों सहित कथा प्रवक्ता ने बड़ी ही सहजता सरलता व सुव्यवस्थित ढंग से श्रोताओं के अंतर तम को झकझोर दिया।
लीलाओं का अति सुंदर व्याख्यान करते हुएश्री भगवान वामन की झांकी का अद्भुत दर्शन कराया।
आज की कथा में अपार जनसमूह को देखते हुए निश्चित ही कल के कथा प्रसंग में भक्त प्रहलाद और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जन्म की कथाओं सहित भागवत लीला दर्शन का बड़ा ही सुंदर मार्मिक व अकल्पनीय प्रस्तुति करण होगा।
भगवान श्री बूटी नाथ मंदिर व श्री बालाजी महाराज के प्रांगण में हो रही श्रीमद् भागवत कथा में भगवान वामन की झांकी का अद्भुत दर्शन